Site icon DigitalYodha: Always add value

अच्छी आदत कैसे बनाए: How To Build Good Habit

अच्छी आदत कैसे बनाए, एटॉमिक हैबिट, Life Changing,

जब भी हमे कोई व्यवहार बदलना हो, हमें बस खुद से ये पूछना पड़ेगा। कि –

अच्छी आदत कैसे बनाए: पहला स्टेप – इसे स्पष्ट बनाए

हमे जो भी आदत बदलनी हैं, उसके लिए हमे जागरूक होना पड़ेगा। अगर हम सुबह देर से उठते हैं और इस आदत को बदलना हैं। इस चीज़ को यदि समझ लेते हैं – देर से उठने से मेरा दिन छोटा हो जाता हैं और मुझे काम करने के लिए कम समय मिलता हैं। तब हम इस आदत को बदलने के लिए जागरूक हो जाएंगे। व्यवहार परिवर्तन की प्रक्रिया हमेशा जागरूकता से शुरू होती हैं।

सिर्फ जागरूकता से भी काम नहीं चालता हैं। हमें signal को स्पष्ट बनाना पड़ेगा।

ग्रेट ब्रिटैन में 2001 में शोधकर्ताओं ने 248 लोगों पर एक्सरसाइज की बेहतर आदतें डालने के सन्दर्भ में एक प्रयोग किया था। दरअसल उनलोगों ने प्रतिभागियों को तीन ग्रुप में बाँट दिया

नतीज़ा ये था –

ग्रुप a और ग्रुप b के 35 से 38 प्रतिशत लोगों ने सप्ताह में कम से कम एक बार एक्सरसाइज किया। ग्रुप b को जो एक्स्ट्रा मोटिवेशन दिया गया था, उसका कोई ख़ास असर नहीं दिखा। वही पर ग्रुप c के 91% लोगों ने week में कम से कम एक बार के लिए एक्सरसाइज किया।

 

इससे हमें ये पता चलता हैं –

अगर हम किसी व्यवहार को कब,कहा,कितने समय के लिए करेंगे इसे अपने माइंड में क्लियर कर लेते हैं। तब हम संकेत को स्पष्ट बना देते हैं और आदत शुरू होने की प्रोबेबिलिटी बहुत बढ़ जाती हैं।

इसके साथ, हम नई आदत को हमारे कोई वर्तमान आदत के साथ जोड़कर भी संकेत को स्पष्ट कर सकते हैं।

जैसा कि –

अगर हम बोलते हैं, मैं हर सुबह 10 मिनट के लिए एक्सरसाइज करूँगा। यहाँ पर संकेत उतना स्पष्ट नहीं हैं। वही अगर हम कहते हैं, मैं सुबह चाय पीने के बाद तुरंत 10 मिनट के लिए एक्सरसाइज करने चला जाऊँगा। इससे signal स्पष्ट हो जाता हैं।

 

अच्छी आदत कैसे बनाए: दूसरा स्टेप – इसे आकर्षक बनाए

आदतों को आकर्षक बनाने के लिए हम प्रलोभन का इस्तेमाल कर सकते हैं।

आयरलैंड में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के एक स्टूडेंट को नेटफ़्लिक्स देखने में बड़ा मज़ा आता था। और उन्हें अपने अंदर एक्सरसाइज करने की आदत डालनी थी। उन्होंने अपने इंजीनियरिंग दिमाग का इस्तेमाल करके, अपने साइकिल, मोबाइल, लैपटॉप को एक एक साथ जोड़ दिया। और एक ऐसा प्रोग्राम बना दिया कि – अगर वो काफ़ी समय से साइकिल को धीमा चलाता तो, उनका नेटफ़्लिक्स का शो रुक जाता था। जब वो तेज़ी से पैदल मारता था, तब फिर से शो चलने लगता था।

उनहोंने ऐसा सिस्टम बना दिया कि कुछ लोग कहने लगे वह नेटफ़्लिक्स देखकर मोटापा कम कर रहा हैं।

इसी तरह हम प्रलोभन का इस्तेमाल करके आदतों को आकर्षक बना सकते हैं।

जैसा कि –

हमे अपने बिज़नेस को बढ़ाने के लिए सेल्स कॉल करने जरुरत होती हैं। और हम थोड़ा फ्रेश महशुस करने के लिए बाहर घूमने के लिए जाना चाहते हैं। यहाँ पर हम अपने चाहत को जरुरत के साथ जोड़कर हम व्यवहार को आकर्षक बना सकते हैं।

इवनिंग में, मैं अपने 5 पोटेंशियल कस्टमर को कॉल करूँगा और उसके बाद 1 घंटे के लिए बाहर घूमने निकल जाऊँगा।

अच्छी आदत कैसे बनाए: तीसरा स्टेप – इसे आसान बनाए

जैसा कि आपको पता चल चूका हैं, आदत डालने के लिए काम आसान होना जरुरी हैं मुश्किल कामों को हम थोड़े समय के बाद करना छोड़ देते हैं। शुरआत में हमे काम को जितना हो सके आसान बनाने के ऊपर फोकस करना हैं।

अभी एक्सरसाइज का ही एक्साम्पल लेते हैं। 20 पुशअप लगाना मुश्किल हैं। लेकिन Hands और Legs की stratching करके 2 मिनट के लिए जंपिंग करना आसान हैं। अगर एक्सरसाइज का नाम लेते हमारे दिमाग में 20 Push Up आता हैं, तो कभी ये आदत शुरू ही नहीं हो पाएगी। लेकिन अगर 2 मिनट की जंपिंग आती हैं, तो इसे हम आसानी से कर सकते हैं। फिर कैसे एक्सरसाइज करते करते आधा घंटा निकल जाएगा पता भी नहीं चलेगा।

अच्छी आदत कैसे बनाए: चौथा स्टेप – इसे संतुष्टिदायक बनाए

हम जो चबाते हैं च्युइंग गम ये 18 सदी से ही मार्केट में बिक रही थी लेकिन मार्केट में ये उतना हिट नहीं था। इसे चबाया तो जा सकता था, मगर इसका स्वाद कुछ ख़ास नहीं था। फिर 1891 में शुरू हुई रिगली  कंपनी ने चूइंगगम के अंदर स्पीयरमिंट,जूसी फ्रूट जैसे taste डालकर इंडस्ट्री में तहलका मचा दिया। लोगो के लिए अब चूइंगगम चबाना आनंददायक बन गया। इसका consumtion काफ़ी तेज़ी से बढ़ने लगा और रिगली दुनिया की सबसे बड़ा चूइंगगम कंपनी बन गया।

किसी भी अच्छी आदत को संतुष्टिदायक बनाना हमारे लिए थोड़ा मुश्किल हैं। क्युकी इसके लिए शुरआत में हमे कीमत चुकानी पड़ती हैं। रिजल्ट बहुत देर से मिलता हैं। अगर आज एक्सरसाइज करते हैं और जारी रखते हैं, तो कुछ महीने बाद जाकर हमे बॉडी में फ़र्क दिखेगा।

फिर भी कुछ ट्रिक्स का इस्तेमाल करके इसे संतुष्टिदायक बना सकते हैं। जैसा कि हम जिस दिन एक्सरसाइज करते हैं, कैलेंडर के अंदर उस डेट में निशान बनाते जाना। इससे हम अपने आदत को ट्रैक कर पाएंगे। इससे एक संतुष्टि मिलेगी।

Conclusion

अगर एक्सरसाइज की अच्छी आदत को डालने के तरीके को आपको संक्षेप में बताऊ –

आज मैंने आपको कोई अच्छी आदत कैसे बनाए, इसकी प्रैक्टिकल तरीक़े से समझाया हैं। हमने खासकर एक्सरसाइज की आदत के ऊपर बात किया हैं। आप कोई आदत को इसी प्रक्रिया का इस्तेमाल करके अपने अंदर डाल सकते हो।

Exit mobile version