What is StartUp ? [ स्टार्ट अप क्या हैं ] | कैसे शुरू करें

आज दुनिया बदल चूका हैं। हर कोई अपना कुछ करना चाहते हैं। सबको पता चल गया हैं कि बिसनेस करके फ्रीडम पाया जा सकता हैं। बहुत ज्यादा प्रॉफिट कमाया जा सकता हैं। लेकिन क्या बिज़नेस करना इतना आसान हैं ? आज के ज़माने के सबसे ज्यादा बूमिंग शब्द हैं  StartUp, Enterprenuership सबके मुँह से सुनने को मिलता हैं। पर क्या आपने कभी इसको ठीक से समझने की प्रयास किया हैं ? या फिर ऐसे ही सुनते आये हैं। आज के इस पोस्ट में हम आपको एकदम सिंपल में बताएँगे कि स्टार्ट अप क्या होता हैं ? [ What Is StartUp ? ]

 

स्टार्टअप क्या हैं

StartUp का सिंपल हिंदी मतलब हैं चालू करना। बिज़नेस की भाषा में इसका मतलब हैं, किसी एक आईडिया के ऊपर बिज़नेस स्टार्ट करना। आज दुनिया में सुई से लेकर हवाई जहाज तक जितनी भी चीज हैं। ये सब कुछ सबसे पहले किसी की आईडिया ही थे। फिर उनलोगों ने इसके ऊपर काम करके इसको हकीकत में बदला। दुनिया जितने ही तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं, साथ – साथ नए प्रॉब्लम्स भी सामने आ रहे हैं। इन प्रॉब्लम्स का समाधान ढूंढ़कर ही एक StartUp की शुरआत होती हैं।
एक स्टार्टअप, एक आईडिया को लेकर किसी व्यक्ति, दोस्तों की साझेदारी या फिर अस्थायी संगठन के द्वारा शुरू किया जाता हैं। इसको एक Repeatable और scalable बिज़नेस मॉडल का रूप देने के उद्देश्य से शुरू किया जाता हैं।

entrepreneur स्टार्टअप शुरू करता हैं

समाज में जिस प्रकार से एक प्रथा चलता हैं कि आप अगर ये पढ़ते हो तो ये बनोगे, वो डिग्री लोगे तो ये कहलाओगे। entrepreneurship में ऐसा नहीं होता। यहाँ कोई ऐसा exam नहीं हैं, जिसे क्लियर करने पर आप खुद को entrepreneur कह सकते हैं। इसमें आपको खुद से काम करना पड़ेगा। आपको अपने अंदर मार्केटिंग, लीडरशिप जैसी स्किल डेवलॅप करना पड़ेगा।
इस मामले में युवा लोग ही अपना नया Venture स्टार्ट करते हैं। समाज के प्रॉब्लम को समझते हैं और उसके लिए कोई Innovative प्रोडक्ट या सर्विस प्रोवाइड करते हैं। जो उस प्रॉब्लम का सबसे बेहतर solution हैं। इस प्रकार से जो आदमी रिस्क लेकर नए बिज़नेस की स्टार्ट करते हैं वही इंटरप्रेन्योर कहलाते हैं।

StartUp और  Business के अंतर

वैसे स्टार्टअप एक बिज़नेस ही हैं। मगर बिज़नेस में थोड़ा अंतर होता हैं। एक किराने का दुकान शुरू करना एक बिज़नेस हैं, एक डीलर खोलना एक बिज़नेस हैं। मगर पहले एक छोटा दुकान शुरू करके उसी नाम से अलग  जगह पर दुकान खोलके एक चैन बनाना एक स्टार्टअप हैं। एक स्टार्टअप का विज़न हमेशा बड़ा होता हैं। ये लॉन्ग टाइम की सोचता हैं और मार्किट पर हमेशा इनोवेशन लाता रहता हैं।
ठीक इसी तरह एक Businessman और एक Entrepreneur के बीच भी अंतर होता हैं। एक एंटरप्रेन्योर  चीजों को इनोवेटिव तरीक़े से करता हैं, पर एक बिजनेसमैन चीजों को ट्रेडिशनल तरीके से करता हैं। एक बिजनेसमैन एक वक़्त के बाद फस जाता हैं पर एक एंटरप्रेन्योर हमेशा ग्रो करता हैं।

StartUp कैसे शुरू करें

स्टार्टअप को शुरू करना और उसे प्रॉफिटेबल तरीके से लॉन्ग टाइम तक चलाना कोई आसान काम नहीं हैं। सिर्फ सोचने से ही आपका स्टार्टअप नहीं चलेगा। इसके लिए आपको प्रॉपर प्लॉन बनाना पड़ेगा, और स्ट्रेटजी के हिसाब से चलना पड़ेगा।

एक Idea

जैसा की कहते हैं “एक आईडिया, बदलदे आपकी दुनिया।” स्टार्टअप शुरू करने के लिए सबसे पहले आपके पास एक प्रॉपर बिज़नेस आईडिया होना जरुरी हैं। ये आईडिया आपके अंदर समाज के प्रॉब्लम को ठीक तरीके से देखने और समझने से ही आएगा। आईडिया के साथ ही अपने स्टार्टअप का एक नाम भी डिसाइड कर लीजिये। अगर आप अपने दोस्त के साथ मिलकर आईडिया के ऊपर काम करना चाहते तो बहुत अच्छी बात हैं। मगर आपका अगर कोई साथ वाला नहीं हैं, तो स्टार्ट में अकेले ही काम करिये बाद में अपने आप लोग जुड़ते जाएंगे।

Business Plan

आईडिया को बिज़नेस का रूप देने के लिए आपको चाहिए प्रॉपर बिज़नेस प्लान। सबसे पहले आपके बिज़नेस का मिशन क्लियर करिए। इसके लिए सबसे आपको मार्केटिंग के 4 P को समझना पड़ेगा। जिसके अंदर आता हैं Product, Price,  Promotion और Place.

Marketing Plan

मार्केटिंग से चीजे बड़ी होती हैं। बिना मार्केटिंग के आप दुनिया तक अपना प्रोडक्ट या फिर सर्विस को  नहीं पंहुचा पाओगे। बिज़नेस करने के लिए आपको मार्केटिंग का नॉलेज रखना बहुत जरुरी हैं। लोगों की Need, Want, Demand क्या होता हैं ? कैसे Geographic, Demographic और Psychographic को टारगेट करना पड़ता हैं ? अपने बिज़नेस के मार्केटिंग प्लान बनाने के लिए आपको मार्केटिंग के ये जितने भी बेसिक कांसेप्ट हैं, इसका ध्यान रखना पड़ेगा।

Deliver High Value

मार्केट को ठीक से समझने के बाद आप अपने प्रोडक्ट के जरिए लोगो को सबसे बेहतर सेवा प्रदान करें। कस्टमर को अगर एक्सपेक्टशन से बेहतर प्रोडक्ट मिलता हैं, तो वे लॉयल बन जाता हैं। वो कस्टमर आपके प्रोडक्ट के बारे में आगे और लोगों को बताएगा। जिससे आपका बिज़नेस Word of mouth काफी लोगों तक पहुँच जाएगा।

Feedback and control

कस्टमर से फीडबैक लेना भी बहुत इम्पोर्टेन्ट हैं। कस्टमर अगर खुश होगा तो वो अच्छा फीडबैक देगा। अगर वो खुश नहीं हैं तो उनको ध्यान से सुनिए और अगर वो सही बोल रहा हैं तुरंत अपने प्रोडक्ट में इम्प्रूवमेंट करिए। इसके साथ आपको आगे प्रोडक्ट डेवलॅप करने में भी काफी मदद मिलेगा।

Learn Leadership

एक स्टार्टअप को सक्सेस्फुल तरीके से चलाने के लिए आपको एक अच्छी टीम की जरुरत पड़ेगी। एक टीम को सही तरीके से चलाने के लिए आपको मानव के व्यवहार को ठीक से समझना पड़ेगा। तभी आप लोगो से अच्छी तरीक़े से काम करवा पाओगे। आप अकेले एक स्टार्टअप को नहीं चला पाओगे इसलिए सही लोगों ही अपने टीम में ले।

Register Your Startup

अगर आपके पास स्टार्टिंग में इन्वेस्ट करने के लिए बहुत ज्यादा पैसा नहीं हैं। आप एकदम छोटे लेवल से स्टार्ट कर रहे हो, तो आपको कंपनी रजिस्टर करने जैसी बातो पर ध्यान नहीं देना हैं। आपको बस अपने काम के ऊपर ही ध्यान देना हैं। मगर जब आपका बिज़नेस बड़ा हो जाता हैं, या फिर आप स्टार्टिंग से बड़े लेवल पर स्टार्ट कर रहे हो। तब आपको कंपनी रजिस्टर करना ही पड़ेगा। आपको सब काम लीगल तरीके से करना हैं।

 

 

इस पोस्ट के जरिए हमने आपको स्टार्टअप क्या हैं? [ What is Startup] इसकी बेसिक नॉलेज देने की प्रयास करी हैं। मुख्य तौर पर देखा जाए तो Startup करने के लिए सबसे पहले आपके पास एक मार्केटिंग माइंड होना बहुत जरुरी हैं। उसके बाद समाज के विभिन्न प्रॉब्लम्स में से किसी एक बड़े प्रॉब्लम को ठीक से समझके उसके सबसे बेहतर Solution प्रदान करके ही आप स्टार्टअप की शुरआत कर सकते हैं। आपके जो भी सवाल या सुझाव हैं कमेंट करके जरूर बताना।

 

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