Digitalyoda के एक और नए और शानदार पोस्ट में आपका स्वागत हैं। Core Marketing concepts के सभी टॉपिक्स को हम आपको लगातार सिंपल भाषा में समझा रहे हैं। आज बिज़नेस और मार्केटिंग का एक और बहुत इम्पॉर्टन्ट टॉपिक लेकरके आया हूँ। हमारा आज का टॉपिक हैं Value and Satisfaction तो आज भी आप इस पोस्ट को पुरे मन लगाकर पढ़ने के लिए तैयार हो जाइए।
Customer Value and Satisfaction in Marketing
आप अपने रोजमर्रा की जिंदगी में या फिर ऐसे ही कुछ न कुछ जरूर खरीदते हो। यहाँ पर ध्यान देने वाली बात ये हैं कि जो भी आप खरीदते हो, आप मानते हो कि वह चीज आपको किसी न किसी तरीके से सबसे बेहतर Value देते हैं। ख़रीदने से पहले आप जिस वैल्यू की अपेक्षा करते हो अगर वैसा ही Value आपको मिलता हैं तो आप Satisfy हो जाते हो। Value और satisfaction दोनों अलग अलग चीज हैं पर दोनों एक दूसरे से कनेक्टेड हैं।
Table of Contents
Marketing में Customer Value क्या हैं
Value का डेफिनेशन हैं – Value a central marketing concept, is primarily a combination of quality, service, and price, Called the customer Value triad.
इसका मतलब यही हैं कि Value एक मुख्य Marketing Concept हैं, और ये मुख्य तौर पर Quality, Service और Price का कॉम्बिनेशन होता हैं। इसको शार्ट में (QSP) Customer value triad भी कहते हैं।
Customer value example
Value को लेकर कस्टमर की जो भी धारणा हैं, वो Quality और Service के साथ बढ़ता हैं, और price के साथ कम होता हैं। यानी कि आप अपने प्रोडक्ट की Quality और service में जितना इम्प्रूवमेंट करोगे कस्टमर को उतना ही ज्यादा वैल्यू मिलेगा। वही पर अगर आप प्रोडक्ट की प्राइस को बहुत ज्यादा बढ़ा देते हो, तब कस्टमर को ज्यादा वैल्यू नहीं मिलेगा।
आप अगर सब्जी मंडी जाते हो सब्जी लेने के लिए, वहा पर आपने एक व्यापारी से पूछा तो आलू की किलो 30 रूपए हैं, उसके पास के ही एक और व्यापारी से पूछा तो वही सेम आलू आपको 25 रूपए किलों मिल रहा था। तो सीधा आप 25 रूपए वाले से लोगे क्युकी यहाँ पर आपको ज्यादा Value मिल रहा था।
Marketing में Customer Satisfaction क्या हैं
Business या फिर marketing में Value जितना जरुरी हैं, Satisfaction भी उतना ही जरुरी हैं। आप अगर अपने प्रोडक्ट या फिर सर्विस के जरिये कस्टमर को Satisfy कर पाते हो, तब वही कस्टमर फ्री में और लोगों के आगे आपके बारें में मार्केटिंग करते हैं।
Satisfaction का डेफिनेशन – Satisfaction reflects a person’s judgment of products perceived performance in relationship to expectations.
देखिए आप जो भी प्रोडक्ट या फिर सर्विस खरीदते हो, मार्केट पर पहले से उसके बारें में बताई गई कुछ बातें होते हैं। इसके अलावा उस प्रोडक्ट को लेकर आपके खुद के भी कुछ Expectation होते हैं। प्रोडक्ट को खरीदने के बाद इन्ही बातों का जजमेंट ही satisfaction को दर्शाती हैं।
आपके द्वारा खरीदी गई प्रोडक्ट का परफॉरमेंस अगर पहले से बताई गई हिसाब से और आपके Expectation के हिसाब से कम होता हैं, तो आप Desatisfied हो जाओगे। अगर आपको परफॉरमेंस बिलकुल बताई गई और आपके हिसाब से ही मिलता हैं तो आप Satisfied हो जाओगे। इसके अलावा अगर बताई गई और आपके Expectation के हिसाब से भी ऊपर की लेवल का परफॉरमेंस मिलता हैं तो आप Delight हो जाओगे। और उस प्रोडक्ट के बारें में दूसरो को भी बताओगे
Customer Satisfaction example
आपने मार्केट से किसी एक पर्टिकुलर ब्रांड के जूते ख़रीदे, उस ब्रांड के बारें में लोगों के मुँह से, यहाँ – वहाँ से आपने कुछ बातें सुने थे। इसके अलावा आपने ये सोचकर ख़रीदा कि आपके इन जूतों से काफी कम्फर्ट मिलेगा और ये काफी लम्बा टिकेगा। नतीजा बिलकुल आपके मुताबिक ही हुआ, अब आप उस प्रोडक्ट से Satisfied हैं और दूसरी बार जरुरत पड़ने पर उस ब्रांड को जरूर याद करोगे, अपने दोस्तों को भी अच्छा ही बताओगे।
Conclusion
digitalyodha के इस पोस्ट के जरिये मैंने आपको Marketing के Customer Value and Satisfaction टॉपिक को एकदम सिंपल में समझाने की प्रयास किया हैं। बिज़नेस करने के लिए आपको मार्कटिंग की सही समझ होना बहुत जरुरी हैं। अपने प्रोडक्ट या सर्विस के जरिये Customer को जितना Value दोगे, कस्टमर को जितना ज्यादा Satisfy करोगे उतना ही ज्यादा आपका बिज़नेस ग्रो करेगा। उम्मीद करता हूँ आपको सबकुछ अच्छे से समझमे आया होगा। अभी आपके मन जो भी सवाल या सुझाव हैं नीचे कमेंट करके जरूर बताना। हम आपकी सेवा में हमेशा हाजिर हैं।
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