अगर मैं आपसे कहूँ – IPL में जो royal challengers bangalore का टीम हैं, उसको क्रिकेट खिलाने के नाम पर दारू बेचने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा हैं। तो आपको कैसा लगेगा। – झटका ! Marketinng की दुनिया में कुछ ऐसा ही हो रहा हैं। कुछ कम्पनिया So Called Superstars से brand की Elaichi का ऐड करवा रहे हैं। मगर जब आप अपने वगल वाले दूकान पर जाकरके उस प्रोडक्ट को देने को बताओगे, तो आपको दुकानदार गुटखे का पैकेट पकड़ा देगा।
Surrogate Advertising
Surrogate Advertising के द्वारा बहुत सारे कंपनी जनता को बेवकुफ बना रहे हैं। अब आपको टेंशन लेने की जरुरत नहीं हैं, Digitalyodha आज आपको सरोगेट एडवरटाइजिंग के ऊपर कम्पलीट जानकारी देने वाला हैं।
जैसा कि आपको पता ही हैं, हालही में Elaichi की एक ऐड के लिए मार्केट पर काफी ववाल हो गया था। क्या ये सचमें इलाइची का ऐड था ? दिखाने के लिए तो ये एक इलाइची की ऐड था मगर इससे गुटखे को प्रमोट किया जा रहा हैं।
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surrogate advertising meaning
सरोगेट एडवरटाइजिंग मुख्य तौर पर इसप्रकार का एडवरटाइजिंग हैं, जिससे दारू ( Alcohol ), गुटखा जैसे Regulated प्रोडक्ट्स को अन्य प्रोडक्ट के रूप में प्रमोट किया जाता हैं। बहुत बार इस प्रकार के विज्ञापन में कुछ आस-पास के काटेगौरी वाले प्रोडक्ट को ही पकड़ा जाता हैं। जैसा कुछ दारू बेचने वाले कंपनी उसी ब्रांड नाम से Mineral Water, soda आदि को दिखाते हैं। ताकि लोगों के दिमाग में वो Brand Name रह जाए।
ये भी देखा जाता हैं कई बार कंपनी कुछ अलग ही category के प्रोडक्ट्स को पकड़ लेते हैं। जैसा कि दारू बेचने वाले कंपनी ही Music Cd, Playing cards आदि को उस ब्रांड के नाम से दिखाते हैं। मुख्य तौर पर ये ब्रांड को कस्टमर या फिर potential customer के दिमाग में Positioning करने के लिए ऐसा किया जाता हैं।
disadvantages of surrogate advertising
WHO के एक रिपोर्ट के मुताबिक इंडिया तंबाकू इस्तेमाल (Consumtion ) और उत्पादन (Production) के मामले में दुनिया के दूसरे नंबर पर आते हैं। भारत के लगभग 267 मिलियन से ज्यादा 15 साल के ऊपर के लोग तंबाकू का सेवन करते हैं। तंबाकू सेवन की वजह से भारत में हर साल 13 लाख से भी ज्यादा लोग मरते हैं हैं।
भारत में 1995 से तंबाकू, अल्कोहल जैसे प्रोडक्ट की एडवरटाइजिंग पर प्रतिबंध लगा हुआ हैं। इसलिए कंपनी चालाकी से surrogate advertising से इस प्रकार के चीजों को प्रमोट करते हैं।
तंबाकू जातीय प्रोडक्ट लोगों के चेहत के लिए काफी खतरनाक हैं। एकबार अगर कोई व्यक्ति इसप्रकार के चीजों को मुँह लगाता हैं, तो उसे छोड़ पाना उसके लिए बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता हैं। खासकर छोटे बच्चों को surrogate advertising से बहुत ज्यादा नुक्सान होता हैं। बच्चो को उनके सुपरस्टार, फिल्मस्टार आदि के द्वारा ऐड दिखाकर Influence किया जाता हैं। इसलिए देखा जाता हैं आजकल छोटे-छोटे बच्चे तंबाकू जैसे चीजों का सेवन करने लगे हैं।
इसप्रकार के ऐड समाज और मानवता के लिए काफ़ी हानिकारक हैं।
surrogate advertising examples
- Vimal Elaichi की ऐड के लिए विवाद हुआ था। जिसमें अक्षय कुमार ने भी हिस्सा लिया था। पास्ट में उन्होंने ये कमिट किया था कि वो कभी भी इसप्रकार के चीजों की प्रमोशन नहीं करेगा। मगर इन सबको छोड़ते हुए उन्होंने विमल का सरोगेट ऐड किया। जब मामला बहुत बढ़ गया, तो अक्षय कुमार ने इंस्टाग्राम पर माफ़ी भी मांगी हैं।
- आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु का नाम के पीछे भी दारु कंपनी का हाथ हैं। Royal Challenge एक liquor ब्रांड हैं। ये भी एक प्रकार का सरोगेट एडवरटाइजिंग ही चल रहा हैं।
- Imperial Blue का म्यूजिक CD वाला ऐड तो देखा ही होगा। Imperial Blue भी एक विस्की का ब्रांड हैं।
- Kingfisher अपने आपको प्रमोट करने के लिए अपना एयरलाइन के बिज़नेस में भी हैं। जहाँ भी अच्छा मौका मिलता हैं किंगफ़िशर अपने आपको जरूर प्रमोट करते हैं। Kingfisher एक बियर की कंपनी हैं। Kingfisher Surrogate advertising का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करता हैं।
Conclusion
Surrogate Advertising क्या हैं ये आपको अच्छे से पता चल गया हैं। अब आपको aware रहने की जरुरत हैं। बहुत सारे So called superstar पैसों के चक्कर में आकरके इसप्रकारके हानिकारक चीजों को प्रमोट करते हैं। आपको किसीके ऊपर भी आँख बंध करके भरोषा करने की जरुरत नहीं हैं। अपने फ्रेंड्स के साथ भी आप इस पोस्ट को शेयर कर सकते हैं, जिससे उन्हें भी सही इनफार्मेशन मिल सके और इसप्रकार के हानिकारक चीजों से अपने आपको बचा सके।
FAQ
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तंबाकू सेवन से इंडिया में हर साल कितना जान जाते हैं ?
Ans :- 13 लाख से भी ज्यादा।
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सरोगेट एडवरटाइजिंग क्या हैं ?
Ans :- सरोगेट एडवरटाइजिंग मुख्या तौर पर इसप्रकार का एडवरटाइजिंग हैं, जिससे दारू ( Alcohol ), गुटखा जैसे Regulated प्रोडक्ट्स को अन्य प्रोडक्ट के रूप में प्रमोट किया जाता हैं
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surrogate advertising फिल्मस्टार क्यों करते हैं ?
Ans :- Fimstar की इससे कमाई होती हैं। इस प्रकार ऐड करने के लिए कंपनी मोटा पैसा देता हैं। इसलिए So called Superstar अपने भक्तों को जहर खिलाने के लिए भी तैयार हो जाते हैं।
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क्या फ़िलस्तार को सरोगेट ऐड करना चाहिए ?
Ans :- बहुत सारे बच्चे फिल्मस्टार को अपना हीरो मानते हैं। वो उनके तरह बनना चाहते हैं। इसलिए उनको इस प्रकार के ऐड नहीं करना चाहिए।
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